Ruchi negi.. एक बच्चे के माता पिता जन्म दाता होते हैं, लेकिन उसके भविष्य का निर्माता एक गुरु ही होता है। जो आगे चलकर कई कीर्तिमान विस्थापित करने के साथ ही देश का नाम रोशन करने का काम करता है। लेकिन गुरु अपनी आतुर कामवासना के लिए नीच हरकत पर उतर आए, तो उसकी साक्षी विद्या नष्ट हो जाती है। मामला चमोली जिले के जोशीमठ से जुड़ा हुआ है। जहां एक शिक्षक महोदय ने नाबालिग छात्रा से अश्लील व्यवहार कर विद्या के मंदिर को कलंकित करने का काम किया है। शिक्षक महोदय चमोली जिले के नारायणबग्गड़ के रहने वाले हैं। वर्तमान तैनाती जोशीमठ क्षेत्र के एक स्कूल में है। मामले से पर्दा उठते ही आरोपी शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आज शिक्षा का बाजारीकरण हो चुका है। वर्तमान में शिक्षा पद्दति रास्ते मे पड़ी कुतिया के समान है। इस लिए इन कुतर्कों को लिख रहा हूँ। क्यों कि आज जिस तरह से मास्टरों के कर्मकांड सामने आ रहे है । वह उन सभी गुरुजनों को एक तराजू में तोलने का काम कर रहा है। जो स्कूलों में अपनी मेहनत और लगन से पढ़ाने का काम कर रहे हैं। ऐसे भी शिक्षक देखे जब उनकी विदाई पर पूरा गांव रो पड़ा। ऐसी खबरें अखबारों के शीर्ष हैड लाइन में प्रमुखता से छपने के साथ ही सुर्खियां बटोरने का काम करते हैं। हालांकि आरोप गलत हैं या सही ये तो न्याय के मंदिर में और भविष्य के गर्व में है।आरोप लगाना और किसी को साजिशन फसाने के दूरगामी परिणाम भी भयंकर होते हैं। लेकिन स्कूल हमारे भविष्य का मंदिर हैं, जहां हमें आगे चलकर उन्नति , प्रगति , उज्ज्वल भविष्य के पथ से भरपूर रोशन किया जाता है। गुरु का आदर हमेशा अभिभावकों एवं छात्रों के ह्रदय में जोत की तरह जलना चाहिए।