Dehradun… स्माल बैंक की तरह ग्राहकों की आरडी व एफडी जमा कर कंपनी मालिक फरार हो गया। आरोपित ने ग्राहकों के 1.24 करोड़ रुपये डकार दिए। इस मामले में वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित यूनिट की जांच के बाद वसंत विहार थाना पुलिस ने आरोपित दंपती के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी तहरीर में मीनाक्षी पाल निवासी राजा रोड, तेलपुरा, सेलाकुई ने बताया कि वह हिमसंचय क्रियेशन निधि प्राइवेट लिमिटेड की कर्मचारी थी। कंपनी की सेलाकुई स्थित शाखा में एक जुलाई से कार्यरत थी। हिमसंचय कंपनी के मालिक एवं संचालक कपिल देव शर्मा है, जोकि शास्त्रीनगर देहरादून के निवासी हैं। कंपनी का हेड आफिस इंदिरा नगर में स्थित है। शिकायतकर्ता ने बताया कि कंपनी स्माल बैंक से संबंधित कार्य करती थी, जिसमें आरडी, एफडी इत्यादि शामिल हैं। कंपनी की सेलाकुई स्थित शाखा में उसके अलावा छह अन्य लोग कार्यरत थे, जोकि कार्यालय के साथ-साथ ग्राहक से प्रतिमाह और दिन का कलेक्शन करने का भी कार्य करते थे। ग्राहकों को कोई भी खाता खोलने पर कंपनी का बांड एवं पासबुक प्रदान की जाती थी। कंपनी की सेलाकुई ब्रांच में कार्यरत सभी कर्मचारियों की ओर से लगभग 12 लाख रुपये प्रतिमाह का कलेक्शन किया जाता था और सभी खातों में प्राप्त धनराशि समस्त हिसाब-किताब के साथ कंपनी के मालिक एवं संचालक कपिल शर्मा व उनकी पत्नी भावना शर्मा को जमा करा दी जाती थी।
कंपनी की देहरादून में तीन शाखाएं व अन्य राज्यों में भी अपनी शाखाएं खोली गई थी। कंपनी की कर्मचारी होने के कारण कंपनी के निर्देशानुसार कई ग्राहकों के प्रतिदिन व महीने के खाते और फिक्स डिपाजिट खुलवाए और अपनी भी एक लाख 40 हजार की एफडी कराई थी। इस तरह उसने व अन्य कर्मचारियों ने कंपनी में 1.24 करोड़ रुपये ग्राहकों से जमा कराई गई। जब कंपनी में ग्राहकों के के प्रतिदिन, महीने के खाते और एफडी की अवधि पूर्ण हो गई, तब ग्राहकों ने अपनी जमा की गई धनराशि की निकासी के लिए आग्रह किया तो कंपनी के संचालक कपिल देव शर्मा टाल-मटोल करने लगा। पीड़ित ने बताया उसने व उसके साथ अन्य कर्मचारियों ने जब रकम वापस मांगी तो आरोपितों ने कर्मचारियों के साथ अभद्रता करनी शुरू कर दी। अब कपिल शर्मा ने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर दिया हैं। वसंत विहार थाना पुलिस ने दंपती के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ग्राहकों की जमा रकम डकार कर कंपनी मालिक फरार
