Badrinath : श्री बदरीनाथ धाम के कपाट चार मई प्रातः छह बजे विधिपूर्वक वैदिक मंत्रोच्चार और पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोले गए। मंदिर को फूलों से सजाया गया।
रावल अमरनाथ नंबूदरी और धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने वैदिक विधि-विधान के अनुसार पूजा-अर्चना की। माता लक्ष्मी को गर्भगृह से निकालकर लक्ष्मी मंदिर में विराजमान किया गया। भगवान कुबेर और उद्धव जी को गर्भगृह में स्थापित किया गया। इसके पश्चात भगवान बद्रीविशाल की चतुर्भुज मूर्ति का घृत कंबल हटाकर विधिवत अभिषेक कराया गया। कपाट खुलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ धाम पहुंचकर पूजा-अर्चना की और यात्रा तैयारियों की समीक्षा की।
विधिविधान से खोले भगवान बद्री विशाल के कपाट
